Digital India 2.0: India’s Next Tech Leap for a Trillion-Dollar Digital Economy
Digital India 2.0: भारत की अगली तकनीकी छलांग और ट्रिलियन-डॉलर डिजिटल अर्थव्यवस्था का लक्ष्य
Updated on: December 01 , 2025
By Pathprerna News Desk
ग्रामीण भारत तक डिजिटल बुनियादी ढाँचा
सरकार BharatNet Phase-III के माध्यम से 8 लाख से अधिक गाँवों को high-speed broadband से जोड़ने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। ऑप्टिकल फाइबर की पहुँच शिक्षा, स्वास्थ्य और वित्तीय समावेशन जैसे क्षेत्रों में ग्रामीण डिजिटल अर्थव्यवस्था को सक्रिय करेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह ग्रामीण MSME और e-commerce के नए विकास-केंद्र तैयार करेगा।
IndiaAI Mission: उभरती तकनीक में नेतृत्व की तैयारी
₹10,371 करोड़ की लागत वाला IndiaAI Mission भारत की AI computing क्षमता, public datasets, indigenous models और responsible-AI framework को मजबूत करने की दिशा में सबसे बड़ा निवेश है। AI supercomputing और GPU cloud इंफ्रास्ट्रक्चर स्टार्टअप्स व शोध संस्थानों के लिए एक game-changer माना जा रहा है। लंबे समय में यह स्वास्थ्य, कृषि और आपदा प्रबंधन में तकनीक आधारित समाधान को बढ़ाएगा।
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| Infographic displaying key components and total investment of IndiaAI Mission 2025 in India. |
6G India Vision: भविष्य की कनेक्टिविटी
भारत दुनिया के पहले 6G प्रयोग करने वाले देशों में शामिल है। सरकार ने 2030 तक commercial 6G rollout का लक्ष्य रखा है। विशेषज्ञ इसे ऐसे दौर की शुरुआत मानते हैं, जहाँ real-time robotics, automated logistics, defence communication और holographic broadcasting सामान्य तकनीक बन जाएगी।
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| Infographic showing India’s 6G deployment timeline from trials to full rollout. |
डिजिटल शासन: Paperless, Cashless और Faceless सिस्टम
Digital Governance 2.0 में सरकारी सेवाओं को पूरी तरह paperless बनाने, DBT को और मजबूत करने, न्यायपालिका में e-courts विस्तार और UPI को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने की योजना शामिल है। UPI एक ऐसा मॉडल बन चुका है जिसे कई देश आज अपनाने की तैयारी कर रहे हैं।
साइबर सुरक्षा और डेटा संरक्षण: डिजिटल भरोसे की बुनियाद
Digital Public Infrastructure के विस्तार के साथ साइबर जोखिम भी तेजी से बढ़े हैं। Data Protection कानून के साथ अब राष्ट्रव्यापी cyber-defense architecture पर जोर दिया जा रहा है। डिजिटल इकोनॉमी की स्थिरता के लिए यह सुरक्षा कवच अनिवार्य है।
आर्थिक प्रभाव और नए रोजगार
सरकारी अनुमान और स्वतंत्र शोध संस्थाओं के विश्लेषण बताते हैं कि Digital India 2.0:
• 2 करोड़ से अधिक डिजिटल रोजगार पैदा कर सकता है
• Fintech, Telecom और IT export में भारी वृद्धि ला सकता है
• भारत को global tech manufacturing hub के रूप में प्रतिस्पर्धी बना सकता है
युवाओं के लिए AI, robotics, cybersecurity, cloud engineering और semiconductor manufacturing में तेज़ मांग पैदा होगी।
चुनौतियाँ जो योजना की गति को रोक सकती हैं
विशेषज्ञों ने तीन प्रमुख बाधाएँ चिन्हित की हैं:
• साइबर सुरक्षा और डिजिटल fraud में तेज़ बढ़ोतरी
• ग्रामीण-शहरी डिजिटल अवसरों की खाई
• AI व emerging tech में skilled manpower की कमी
इन चुनौतियों के कारण Digital India की सफलता केवल तकनीक नहीं, बल्कि शिक्षा, सुरक्षा और समावेशन पर भी निर्भर करेगी।
निष्कर्ष
Digital India 2.0 भारत को टेक-कंज्यूमर से टेक-क्रिएटर में बदलने का राष्ट्रीय प्रयास है। यदि भारत कनेक्टिविटी, नवाचार, AI leadership और डिजिटल भरोसे के स्तंभों को मजबूत बनाए रखता है, तो 2030 तक भारत दुनिया की शीर्ष डिजिटल अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो सकता है। यह कार्यक्रम सिर्फ सरकारी परियोजना नहीं, बल्कि भारत के युवा, उद्योग और उद्यमिता के भविष्य की दिशा तय करने वाला डिजिटल परिवर्तन है।
Source: Public reports, official data, and verified open sources.
Category - Technology
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