India Food Inflation December 2025: दाल-चावल-गेहूँ के दाम क्यों बढ़े?
भारत में बढ़ती Food Inflation 2025: कारण, प्रभाव और समाधान का संपूर्ण विश्लेषण
Updated on: November 17 , 2025
2025 की शुरुआत के साथ स्पष्ट है कि भारत की खाद्य महंगाई अब केवल मौसमी समस्या नहीं, बल्कि संरचनात्मक चुनौती बन चुकी है—जिसके पीछे मौसम, वैश्विक बाज़ार, आपूर्ति व्यवस्था और नीतिगत अंतराल सब शामिल हैं।
1️⃣ Food Inflation 2025 की वर्तमान स्थिति
RBI के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार:
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खाद्य मुद्रास्फीति (Food Inflation): 7.8% – 9.4% के बीच
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सब्जियाँ: 20–35% तक की वृद्धि
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दालें: 17–22% महंगी
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दूध और डेयरी उत्पाद: 5–7% वृद्धि
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चावल और गेहूँ: 9–12% वृद्धि
सबसे ज़्यादा दबाव सब्जियों, दालों और अनाज में दिखा है।
| Infographic showing India’s 2025 food inflation percentages for vegetables, pulses, cereals and milk |
2️⃣ Food Inflation बढ़ने के मुख्य कारण
(1) जलवायु और मौसम-संबंधी कारक
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अनियमित मानसून
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बेमौसम बारिश
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एल-नीनो के कारण फसल उत्पादन में कमी
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स्टोरेज और लॉजिस्टिक चेन पर प्रभाव
(2) दालों और अनाज का कम उत्पादन
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अरहर, उड़द और मसूर में उत्पादन लक्ष्य से कम
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आयात पर निर्भरता बढ़ी
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वैश्विक दाल कीमतें पहले से ही ऊँची
(3) सब्जियों की सप्लाई चेन समस्या
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थोक मंडियों में कमी
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ट्रांसपोर्ट लागत बढ़ना
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कोल्ड-चेन का अभाव
(4) दूध और डेयरी उत्पादों की बढ़ती कीमत
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चारे की कीमतें बढ़ी
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पशु-पालन लागत अधिक
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डेयरी सेक्टर में मांग तेज
(5) वैश्विक कारक
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अंतर्राष्ट्रीय तेल की कीमतें
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शिपिंग लागत और व्यापार मार्ग बाधित
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कृषि आयात महंगा
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| Infographic explaining major causes of food inflation including weather impact, supply issues and global factors |
3️⃣ Food Inflation का आम जनता पर प्रभाव
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घरेलू बजट बढ़ा
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रसोई का मासिक खर्च 15–25% तक बढ़ा
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गरीब और मध्यम वर्ग की खरीद क्षमता कम हुई
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प्रोटीन-समृद्ध खाद्य सामग्री (दाल, अंडा, दूध) की खपत घटी
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स्कूल और कॉलेज के छात्रों के भोजन पर प्रभाव
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शहरों के साथ ग्रामीण भारत भी प्रभावित
4️⃣ सरकार और RBI की हालिया कार्रवाई
सरकार द्वारा उठाए गए कदम
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दालों का बफर स्टॉक बढ़ाया
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चना और मसूर की आपूर्ति तेज
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प्याज़ और टमाटर की सब्सिडी वाले आउटलेट
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गेहूँ की खुले बाज़ार बिक्री योजना (OMSS)
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सब्जियों का इमरजेंसी परिवहन
RBI की नीति
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रेपो रेट स्थिर
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महंगाई नियंत्रण को सर्वोच्च प्राथमिकता
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खाद्य महंगाई को “सर्वाधिक जोखिम वाला क्षेत्र” बताया
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| Infographic showing government actions like buffer stock and market interventions to control food inflation |
5️⃣ आगे का रास्ता: स्थायी समाधान
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कृषि आपूर्ति शृंखला का आधुनिकीकरण
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स्टोरेज और कोल्ड चेन का विस्तार
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स्मार्ट फसल बीमा
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आयात नीति का त्वरित समायोजन
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डेयरी सेक्टर में हाई-टेक सुधार
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डिजिटल एग्री-मार्केट्स का विस्तार
निष्कर्ष
2025 में भारत की Food Inflation एक बहुपक्षीय समस्या है—जिसे केवल अल्पकालिक उपायों से नहीं, बल्कि दीर्घकालिक संरचनात्मक सुधारों से ही नियंत्रित किया जा सकता है। सरकार, RBI और कृषि क्षेत्र के संयुक्त प्रयासों से ही स्थिर और किफायती खाद्य कीमतें सुनिश्चित हो पाएँगी।




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